आगरा के पूर्व नामों के संबंध में छिड़ी बहस पर डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अरविंद कुमार दीक्षित का कहना है कि मामले में विश्वविद्यालय की भूमिका बस एक डाकिये की है। आगरा के अन्य नामों के संबंध में 15 दिन में यदि कोई साक्ष्य मिलते हैं तो उसे जिला प्रशासन के माध्यम से शासन को भेज दिया जाएगा।
कुलपति का कहना है कि कुछ लोगों ने मुख्यमंत्री के पोर्टल पर लिखा था कि आगरा का पूर्व में नाम अग्रवन था। आगरा का नाम बदलकर अग्रवन किया जाए। इस पर शासन ने जिला प्रशासन के माध्यम से विश्वविद्यालय से जानकारी मांगी।
इस पर इतिहासकार प्रो. सुगम आनंद को विश्वविद्यालय और इससे संबद्ध कॉलेजों के इतिहास विषय के शिक्षकों और कुछ इतिहासविदों के माध्यम से साक्ष्य जुटाने की जिम्मेदारी दी गई है।