हिंदू धर्म में कितने तरह के होते हैं संस्कार और क्या होता है महत्व

संस्कारों का हिंदू धर्म में बहुत अधिक महत्व होता है। जन्म से लेकर मृत्यु तक कहीं तरह के संस्कार किए जाते हैं। हिंदू धर्म में सभी संस्कार जरूरी होते हैं। कुल 16 तरह के संस्कारों का शास्त्रों में वर्णन है। कुछ संस्कार जन्म से पूर्व ही कर लिए जाते हैं और कुछ जन्म के समय पर और कुछ बाद में किए जाते हैं।


गर्भाधान संस्कार
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार मनचाही संतान के लिए गर्भधारण संस्कार किया जाता है।


पुंसवन संस्कार
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार गर्भधारण के दो-तीन महीने बाद किया जाने वाला संस्कार पुंसवन संस्कार कहलाता है। गर्भ में पल रहे शिशु की सुरक्षा के लिए यह संस्कार किया जाता है।


सीमन्तोन्नयन संस्कार
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार यह संस्कार गर्भ के छठे या आठवें महीने में किया जाता है। यह संस्कार गर्भ की शुद्धि के लिए किया जाता है। 


जातकर्म संस्कार
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार शिशु का जन्म होते ही जातकर्म संस्कार करने का विधान है।